परिचय - जनपद बरेली के क्यारा ब्लाॅक के टांडा में कुल 71 पशु व 48 पशु मालिक हैं। इस गांव में बरसात में सर्रा बीमारी से बहुत घोड़ो की मृत्यु होती थी। टांडा में पिछले 3 साल से सावरी महिला अश्व कल्याण स्वयं सहायता समूह चल रहा हैं, जिसका ब्याज 22010 रू0 हैं।
मुद्दा - पहले हर साल घोड़े के मर जाने से बहुत सारे लोग बेरोजगार हो जाते थे।
प्रक्रिया - ग्राम टांडा जिसमें 3 महिला समूह का गठन किया जा चुका हैं और 2 समूह छत्स्ड भी अनुदान पा चुके हैं, इस गांव के तीनों समूह ब्लाॅक की बनी महिला शक्ति समिति से जुड़े हैं, जिसकी मीटिंग ब्लाॅक में करने से सरकारी योजनाओं की जानकारी व लाभ मिलता हैं। समिति की मीटिंग में ब्लाॅक डा0 अजय कुमार द्वारा बीमा की जानकारी प्राप्त की गयी।
इसके उपरान्त च्ड विजय कृष्ण तिवारी द्वारा समय-समय पर समूह की मीटिंग में बीमा की जानकारी मिलते रहने से समूह के लोग ट।ब्ड प्रीती से बीमा करवाने की बात करने लगे। हर साल इस गांव में बहुत सारे घोड़ो की मृत्यु हो जाती हैं। अब तक यहां 22 घोड़ो का बीमा हो पाया हैं।
जिसको बरसात के कारण पैसों के अभाव में जिस ब्याज को वह नाजायज मानते हैं। इसी के ब्याज से 300-300 निकालकर 22 घोड़ों का बीमा किया गया।
- निष्कर्ष -
- 12 घोड़ों का बीमा हुआ।
उनके घरों में 1 साल तक अच्छी आमदनी के साथ सुरक्षा हैं।
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सरकारी योजनाओं से जुड़ाव हुआ।
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समूह के ब्याज के पैसों का अश्व कल्याण में सदुपयोग हुआ।
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मुस्लिम समुदाय होने के कारण ब्याज को हराम मानते हैं, इस प्रकार परिवार को चलाने में घोड़ो की तरफ से कोई चिन्ता नहीं हैं।
प्रीति प्रजापति
वी0ए0सी0एम0
वि0ख0 -क्यारा
जिला -बरेली